Moong Ki Kheti : हेलो दोस्तों, आपका स्वागत है हमारे इस आर्टिकल में आज आपको हम मूंग की खेती के बारे में जानकारी देने वाले हैं दोस्तों आजकल बहुत सारे लोग हमारे किसान भाई मूंग की खेती करते हैं लेकिन उनको Moong की खेती के बारे में कुछ अतिरिक्त जानकारी ना होने से वह काफी नुकसान में आ जाते हैं।
उनको खेती करते वक्त किस बात का ध्यान रखना चाहिए कौन-कौन सी चीजें करनी चाहिए और रोगों से बचने के लिए कौन से उपाय करने चाहिए तो सबकुछ जानकारी हम इस आर्टिकल में आपको देने वाले हैं कि आप मुंग की खेती सही से कर सको और आपके भविष्य में कोई प्रॉब्लम का सामना भी ना करना पड़े तो चलिए शुरुआत करते हैं।
Moong Ki Kheti पर फली छेदक और लूपर्स का प्रकोप ज्यादा है तो ऐसे में किस दवाई का प्रयोग करना चाहिए?
अगर अपने Moong Ki Kheti फसल के पुरे खेत में लेड बॉय कर रखी है और अभी पुरे फसल पर फली छेदक का और सेमी लुपर्स का प्रकोप सबसे ज्यादा दिख रहा है और Moong की फसल पर आपने क्लोर एटर नीली प्रोल या फिर कोरा जन पर फ्लेबेंडियामाइड वायर की फेम काम नहीं कर रही है तो इसके लिए आपको कौनसा अछा कॉम्बिनेशन को मिलाकर पुरे फसल पर स्प्रे करना पडेगा तब आप Moong की फसल पर फली छेदक यानी फ्रुट बोरर का जो अटैक है उससे आसानी से बच सकते हैं।
तो Moong की फसल पर बेस्ट कॉमिनेशन के बारे में बात करने वाले हैं Moong एक ऐसी फसल है जो कि कम समय पर 60 70 75 दिन में बहुत अच्छे से कम समय पर अच्छी पैदावार देने वाली फसलों में से एक है यदि मूंग की किसान भाई जो खेती कर रहे हैं ना तो पिछले समय से इतनी ज्यादा कीटों में रेजिस्टेंसस पावर आ गई है।
पहले तो कोरेजन अकेला स्प्रे कर देते थे तो भी आसानी से कीट कंट्रोल हो जाते थे कीटों पर रेजिस्टेंस पावर आ जाने के कारण आसानी से कंट्रोल नहीं हो पा रहे हैं तो फली छेदक कंट्रोल करने के लिए तीन-चार कॉमिनेशन के बारे में बात करने वाले हैं। जो कि सब एक से बढ़कर एक है और फली छेदक को आसानी से या फिर चार पाच घंटे पर एकदम साफ आपका खेत होने वाला है एकदम कीट मुक्त जो भी सुंडी का प्रकोप है जो भी इल्ली का प्रकोप है यानी जो फलियों को काट काट रही है फलियों को छेद रही हैं
Moong Ki Kheti फसल पर फली छेदक और बोरर की अटैक होने से कैसे बचे?
दोस्तों हमारे बोहोत सारे किसान भाई मुंग की खेती करते है लेकिन उनको मुंग की खेती के बारे में कुछ अतिरिक्त जानकारी ना होने से उनको काफी ज्यादा नुकसान का सामना करना पडता है। तो मुंग की फसल पर फली छेदक बोरर के अटैक होने से आपको कैसे बचना है आपको बताता हू क्योंकि यह प्रोब्लेम खासकर आजकल बोहोत ज्यादा दिख रहा है।
तो फसल पर अटैक होने से बचने के लिए इन पॉईंट्स को फॉलो करो ताकी आपको अपने खेती पर किडनाशक रोगो का सामना ना करना पड़े।
- कम समय में 60-75 दिनों में अच्छी पैदावार देती है।
- पिछले समय से कीटों में प्रतिरोधक क्षमता (resistance power) बढ़ गई है।
- पहले कोरेजन (Coragen) स्प्रे से कीट नियंत्रित हो जाते थे, लेकिन अब नहीं।
- फली छेदक (Helicoverpa armigera) को नियंत्रित करने के लिए 3-4 कारगर मिश्रण (combinations) बताए गए हैं।
- ये मिश्रण फली छेदक को 4-5 घंटे में खेत से पूरी तरह साफ कर देंगे।
- ये सभी सुंडी और इल्ली को नियंत्रित करेंगे जो फलियों को काटकर, छेदकर और दानों को खाकर नुकसान पहुंचाते हैं।
फली छेदक कंट्रोल में करने के लिये क्या करें?
अगर आपको अपने खेत को किडनाशक या और रोगोसे बचना है तो आपको फली छेदक कंट्रोल करना बेहद जरुरी है अगर आपने अपनी Moong की खेती सही तरीके से की है लेकिन खेत पर कहीं रोगो ने अचानक अटैक किया तो आपकी सारी मेहनत बेकार होने वाली है,तो दोस्तों अगर आपको लगता है कि हमारे खेत पर ऐसा कुछ ना हो या किसी भी तरह के रोग ना आए तो आपको सही समय पर सावधानी बरतनी चाहिए तो इसके लिए मैं आपको फली छेदक को कंट्रोल में कैसे लाते है क्या करना होगा तो बताता हू।
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Moong की फसल में फली छेदक का नियंत्रण:
एम्प्लीगो और एमन बेंजो का मिश्रण: पहला मिश्रण
- एम्प्ली 10 एमए और एमन बेंजो 8-10 ग्राम प्रति 15 लीटर पानी में मिलाकर अच्छी तरह घोल लें।
● इस घोल का छिड़काव पूरी फसल पर करें।
● यह मिश्रण सभी कीटों को साफ कर देगा।
दूसरा मिश्रण:
- कोरोजन 6 एए और प्रोक्लेम (क्लोर एंटर नील प्रोल) 10 ग्राम प्रति 15 लीटर पानी में मिलाकर अच्छी तरह घोल लें।
● इस घोल का छिड़काव पूरी फसल पर करें।
● यह मिश्रण भी बहुत प्रभावी है।
तीसरा मिश्रण:
- आदा की फले थोरा 30 एमए और वायर की जंप 2-3 ग्राम प्रति 15 लीटर पानी में मिलाकर अच्छी तरह घोल लें।
● इस घोल का छिड़काव पूरी फसल पर करें।
● यह मिश्रण भी फली छेदक को नियंत्रित करने में कारगर है।
चौथा मिश्रण:
- (हल्के इल्ली प्रकोप के लिए) प्रोफैक्स सुपर 30 एए और एमएम क्टन बजट 10 ग्राम प्रति 15 लीटर पानी में मिलाकर अच्छी तरह घोल लें।
● इस घोल का छिड़काव पूरी फसल पर करें।
कौनसी जलन वाली दवाई का हमें इस्तेमाल नहीं करना चाहिए?
- कराटे, अलिका, लेमंड साल थ्रीन और अल्फा मेथन जैसी दवाइयां जलन पैदा कर सकती हैं।
● इन दवाइयों का प्रयोग न करें।
इल्ली नियंत्रण के लिए मिश्रण:
- यदि इल्ली का नियंत्रण नहीं हो पा रहा है, तो निम्नलिखित में से किसी एक मिश्रण का छिड़काव करें:
● एम्प्लीगो + एमन बेंजो
● कोरोजन + प्रोक्लेम
● आदा की फले थोरा + वायर की जंप
● प्रोफैक्स सुपर + एमएम क्टन बजट (हल्के इल्ली प्रकोप के लिए)
यह मिश्रण फली छेदक, सेमी लूपर्स, बॉल वॉर्म, तंबाखू इल्ली आदि सभी प्रकार की इलियों को नियंत्रित करेंगे।
Moong की फसल की देखभाल:
- फसल की उचित देखभाल करें।
- शाम के समय सिंचाई करें, ताकि फसल को झटका न लगे।
- संध्या के समय ही दवाओं का अछी तरह से छिड़काव करें।
- सिंचाई के बाद छिड़काव करने से दवा की प्रभावशीलता बढ़ जाती है।