Kareli Ki Kheti 2024: अगर आप भी करेले की खेती करके अच्छा खासा प्रॉफिट कमाना चाहते हो वह भी 2024 में तो हमने करेले की खेती करने के बारे में कुछ सटीक जानकारी दी है करेले की खेती 2024 में कैसी करनी चाहिए कौन-कौन से वायरस से बचाना चाहिए? इसके अलावा बरसात के समय करेले की खेती कैसे करें? बेसल डोसे का प्रयोग कैसे करें? डीजीज मॅनेजमेंट क्या है? सब कुछ इस आर्टिकल में हमने आपको सटीक जानकारी दी है ताकि दोस्तों अगर आप करेले की खेती करना चाहते हो और अगर आपको करेले की खेती के बारे में सही से जानकारी नहीं है तो आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ कर सही जानकारी लेकर आप अच्छे से करेले की खेती कर सकते हो।
[Kareli Ki Kheti 2024] खेती पर वायरस का खतरा रोग आने से पहले चलाए यह सिस्टम
दोस्तों अगर आप Kareli Ki Kheti करना चाहते हो और उससे ज्यादा पैदावार निकालना चाहते हो तो करेले पर स्प्रिंग शेड्यूल करना काफी ज्यादा जरूरी है। क्योंकि इस फसल पर वायरस काफी तेज से फैलता है। और खासकर करेले की खेती में ऐसे कई क्षेत्र है उस पर आपको वायरस का सहयोग काफी ज्यादा दिखाई देगा। इसलिए दोस्तों अगर आप सही तरीके से स्प्रिंग शेड्यूल नहीं चलाएंगे तो यह वाइरस काफी ज्यादा बढ़ सकता है।
और आपको इससे बहुत ज्यादा नुकसान भी हो सकता है। और दोस्तों अगर एक बार यह बीमारी आ गई तो इसको कंट्रोल करना भी हद से बाहर होगा। तो अगर आप रोग आने से पहले प्रीवेंटिव और कुरेटीव स्प्रिंग शेड्यूल को चलाओगे तो आपको इससे रिजल्ट भी काफी अच्छा देखने को मिल सकता है। और बीमारी को भी अधिक बढ़ावा नहीं मिल पाएगा।
2024 में Kareli Ki खेती 2024 के लिए सबसे अछी वैरायटी:
अगर आप Kareli Ki Kheti कर रहे हो तो उसके लिए आपको अच्छी वैरायटी का इस्तेमाल करना जरूरी होता है। तो अगर आपके खेतों की एरिया का अच्छा क्लाइमेट अच्छी कंडीशन है उसी हिसाब को देखकर आपको एक अच्छे वैरायटी का चुनाव करना चाहिए यह आपके लिए सही रहेगा। अगर भारत के कई राज्यों की बात करें तो बहुत सारी राज्यों में जैसे मध्य प्रदेश राजस्थान महाराष्ट्र उत्तर प्रदेश गुजरात इन जगहों पर या अन्य प्रदेश में आप इस किस्म को आसानी से लगा सकते हो।
तो जानते हैं अभी कौन सी ऐसी वैरायटी अच्छी है जो Kareli का भारी उत्पादन दे सकता है जिससे लोग तुम्हारी का रोग बीमारी का प्रकोप कम हो सकता है।
करेले की सबसे अच्छी वैरायटी
- Little Champ: इस अच्छी वैरायटी को मैं आप लगा सकते हो किसी उत्पादन काफी ज्यादा बढ़ता है और यह कांटेदार वैरायटी है।
- Sakata -7045: यह एक हाइब्रिड वैरायटी है हरीश वैरायटी का प्रयोग करने से फल की जो लंबाई है वह तकरीबन 18 से 20 सेंटीमीटर तक बढ़ती है। और इससे फल का वजन करीब 120 से 130 ग्राम हो जाता है। इस वैरायटी से आपको ख़ासकर फल की लंबाई ग्रीन काटेंदार ग्रीन डार्क देखने को मिलती है।
- Pragati 065 F-1: यह वैरायटी भी सबसे अच्छी वैरायटी मानी जाती है क्योंकि यह वैरायटी उत्पादन के मामले में काफी अच्छे-अच्छे किस्मों को टक्कर देने में आगे है। इस वैरायटी से फल की की लंबाई है वह तकरीबन 16 से 18 सेंटीमीटर होती है और इससे फल लंबा और कांटेदार होता है। इसलिए इस वैरायटी की मार्केट में डिमांड भी काफी ज्यादा दिखाई देती है।
- US – 1315: अगर हम इस वैरायटी की बात करें तो यह वैरायटी भी कई सारे किस लगते हैं। इससे फल की लंबाई की बात करें तो 8 से 10 सेंटीमीटर की लंबाई हो जाती है। कहीं जगह पर छोटे कारलो की डिमांड काफी मात्रा में होती है और लोग इससे अधिक पसंद करते हैं तो इसलिए आप इस वैरायटी का चुनाव कर सकते हो क्या वैरायटी खासकर छोटे करेले के लिए काफी अच्छी है।
- US Agriseeds ( SW 810): अगर इस वैरायटी की बात करें तो इस वैरायटी में हमें फल की लंबाई अधिक देखने को मिलती है और साथ में फल की कांटेदार और ग्रीन कलर में यह फल देखने को मिलता है।
अगर आप Kareli Ki Kheti 2024 खेती गर्मियों के दिन करते हो तो आपको मंडप लगाने की जरूरत है या नहीं
तो दोस्तों अगर आप गर्मियों के दिन Kareli Ki Kheti 2024 करते हो तो आपको मंडप या बंबू बनाने की पूरी जरूरत नहीं आप एकदम नॉर्मल तरीके से आराम से कर सकते हो। और इससे अच्छा उत्पादन भी आप ले सकते हो। लेकिन जब आप बारिश के समय में Kareli की खेती करते हो तो आपको स्टेप बाय स्टेप तरीके से स्ट्रक्चर तैयार करके करनी होगी जैसे आपको एक मंडप का स्ट्रक्चर तैयार करना पड़ेगा।
इसलिए आपको बांस के टुकड़ों की आवश्यकता जरूरत पड़ेगी कम से कम 1500 से लेकर 1600 तक बांस के टुकडे आपको लगने वाले है यानी आपकी खेती जिस प्रकार से जितनी बड़ी है उसी हिसाब से आपको बांस के टुकड़ों का इस्तेमाल करना है। अगर आप करेले की खेती करते हो तो मंडप का स्ट्रक्चर मजबूत होना सबसे जरूरी है। दोस्तों अगर आप मंडप के स्ट्रक्चर से Kareli की खेती कर रहे हो तो पौधे की पौधे से डिस्टेंट जो दुरी है वह कामसे कम 2 से 2.5 फीट रखनी है
और लाईन के लाईन की दुरी आपको 4.5 से 5.5 फीट रखनी है।
Tamatar Aur Kheera ki kheti
बेसल डोज
अगर आप Kareli Ki Kheti 2024 कर रहे हो तो इस समय बेसल डोज ज्यादा जरुरी है और अगर आप ऑर्गेनिक खाद, देसी खाद, गोबर की खाद का प्रयोग करेंगे तो आपको रासायनिक खादों का प्रयोग कम करना होगा। बरसात के सीजन में गोबर की खाद का 3 से 4 ट्रॉली का 1 एकड़ में प्रयोग करके एकदम अच्छे से तैयारी करें। ऐसी चलते आपको रासायनिक खतों का इस्तेमाल कम करना पड़ेगा।
बुआई के समय आप 20 किलोग्राम से लेकर 30 किलो किलोग्राम तक जिप्सम का भी प्रयोग कर सकते हो। ताकि खेती की बढ़ावा है वह आपको काफी अच्छी देखने को मिल सकती है। Kareli की खेती में 4 से 5 दिनों के अंतर में सिंचाई करना महत्वपूर्ण है।
डिजीज मैनेजमेंट
इसमें आपको Kareli Ki Kheti 2024 पर काम स्प्रे का प्रयोग करना होगा तो आपको इसके लिए स्टिकी स्ट्रेप लगान चाहिए इसमे आप येलो और ब्लु स्ट्रेप लगा सकते हो और उसके खेत के चारो और ग्रिन नेट लगा ले और एक लाइन इसमे आप गेंदे की लगा लिजिए। यह आपके लिये ट्रेप जैसा काम करके देगा।जिस वक्त फसल फ्लावरींग स्टेज पर हो तब आपको फ्रुट फ्लाई के लिए फल मख्खी के लिए ट्रेप लगाना जरुरी है।
इसमे आपको सफेद मख्खी के लिए येलो ट्रेप है और थ्रिप्स जैसे मख्खी के लिए ब्लू ट्रेप लगान चाहिए। तुम दोस्तों इतना सब कुछ करके भी आपको स्प्रिंग शेड्यूल चलाना बहुत जरूरी है इतना याद रखना।
तो दोस्तों, अगर आप इस तरह से Kareli Ki Kheti 2024 करोगे तो आपको काफी ज्यादा बेनिफिट भी मिलेगा क्योंकी करेले की खेती 12 ही मैं चलती है तो अगर हमारे द्वारा दी द्वारा दी जानकारी से इस तरह खेती करोगे तो आपको काफी ज्यादा फायदा मिलने वाला है आज का हमारा यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके अपनी राय जरुर देना तो मिलते हैं ऐसे ही एक और शानदार टॉपिक पर तब तक के लिए धन्यवाद!